बेवफा पलकें
मेरी आँखों में बस चुके हो तुम , कैसे तुम्हे में भुला दूँ मेरे दिल की धड़कन बन चुके हो तुम , कैसे तुम्हे मिटा दूँ हर ख्वाब आता है तेरा छोटा सा अक्स ले लेकर आलम ये रहता है कि तेरे अक्स पर में अपनी वफ़ा लुटा दूँ आज एक ख्वाब आया तुम आये और एक पैगाम आया में सिर्फ तुम्हारी हूँ बांहो में भर लो, बनालो मुझे अपना साया मेरे दिल के जगते अरमानों ने बाजुओ को आगे बढ़ाया पर किस्मत तो देखो मेरी , पलके धोखा दे बैठी और पलभर में दूर हुवा वो साया पलके खुली तो रोशनी थी सूरज की पहली लाली थी पर दिल को तेरे बिना अब कंहा राहत मिलने वाली थी ढूँढना चाहा तुझे अब खुली पलकों ने पर अब तुम भी बेवफा सनम की तरह कंहा मिलने वाली थी गली गली ढूंढा तुम्हे , ढूंढा तुम्हे हर घर घर एक अक्श ना दिखा तेरा , उम्मीद थी पर मायूस थका हारा में पलके लगा बैठा पलके लगी ही थी और में तुमको पा बैठा अब जाके समझ आया तुम बन चुकी हो मेरी साया अब फिर से धोखा ना दे दे मेरी पलके बस इसलिए में दुनिया को अलविदा कह आया बस इसलिए में दुनिया को अलविदा कह आया